6 महीने के बाद पूरक भोजन-5 नवीनतम साक्ष्य आधारित सिद्धांत
"पूरक भोजन" शब्द का उपयोग करना और "वीनिंग डायट" शब्द से बचना महत्वपूर्ण है, क्योंकि लक्ष्य माँ के दूध को पूरक कराने का है, न कि उसे बन्द करने का
"पूरक भोजन" शब्द का उपयोग करना और "वीनिंग डायट" शब्द से बचना महत्वपूर्ण है, क्योंकि लक्ष्य माँ के दूध को पूरक कराने का है, न कि उसे बन्द करने का
यह अनिवार्य है कि हम यह जाने कि कब अपने बच्चों का इलाज घर पर कर सकते हैं और कब डॉक्टर के पास जाना चाहिए। बाल रोग विशेषज्ञ के ओ. पी. डी. में आने वाले बच्चों में बुखार सबसे आम लक्षण है। इनमें से कई बच्चों का घर पर ही इलाज हो सकता है
अधिकांश माता-पिता अपने बच्चों में कम से कम मामूली चोट या जलन का अनुभव करते हैं। यह ज़रूरी है कि हर कोई प्रभावी प्राथमिक चिकित्सा कौशल के बारे में अच्छी तरह से जानता हो। सभी को बचपन की चोटों और दुर्घटनाओं के प्राथमिक चिकित्सा के दौरान होने वाले सामान्य गलतियों से बारे में भी पता होना चाहिए ताकि उनसे बचा जा सके। यह भी पता होना आवस्यक है कि कब हालत गंभीर है ताकि तुरंत अस्पताल ले जा सके ।
खिलाने की समस्याएं को रोकने के लिए हमेशा एक विशेष समय की पकवान को खत्म करने के बजाय भोजन की गड़बड़ी को रोकने (या इलाज करने) का दीर्घकालिक लक्ष्य रखें।
माँका दूध सभी नवजात शिशुओं के लिए आदर्श है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार 6 महीने की उम्र तक अनन्य स्तनपान हर साल 800,000 बच्चों की जान और 300 बिलियन अमेरिकी डॉलर बचा सकता है। रोने से यह संकेत नहीं मिलता कि शिशु को अपर्याप्त दूध मिल रहा है, भले ही फार्मूला दूध पिलाकर रोना रुक जाए।
1. नवजात शिशु के लाल रंग के चक्तते 2. त्वचा छिलना 3. नाक पर सफेद डॉट्स 4. मुंह के तालू पर सफेद बिंदी 5. पहले हफ्ते में वजन घटना 6. बार-बार मल आना 7. दूध बाहर थूकना 8. योनि से श्वेत प्रदर 9. योनि से रक्तस्राव (हाँ यह सामान्य है!) 10. पीलिया
अधिकांश दुर्घटनाएं और आपात स्थिति उस उम्र में होते हें जब बच्चा पर्यावरण में उत्सुक लेकिन हानिकारक वस्तुओं के पहचान में असक्षम होते हें। लगभग 1 से 5 के बीच। जहर का सेवन, दौरे, साँप डूबना, और बहिरी वस्तु निगलना आम आपात स्थिति हैं।
The same article is also available in English and Nepali इस लेख का मूल अंग्रेजी संस्करण को लिखने के लिए में डॉ. वेंकटेश चंद्रशेखरन, (एसोस...
लोग कोविड-19 को उन लोगों से भी पकड़ सकते हैं जिनके पास कोई लक्षण नहीं होने पर भी वायरस हैं। जब एक संक्रमित व्यक्ति सांस लेता है, बातचीत करता है, छींकता या खांसी करता है, वह हवा में वायरस के छोटी बूंदें भेजता है। ये किसी व्यक्ति के नाक, मुंह, या आंखों पर गीर सकता है। और उन्हे सांस के दौरा सेवन कर सकता है।